Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
इस संदर्भ में प्रदर्शनकारी प्रताप रॉय ने कहा कि जिन तीन मांगों को लेकर हम प्रदर्शन कर रहे हैं, वे अभी तक पूरी नहीं हुई हैं
कोलकाता। आंदोलन पर बैठे पांचवें दिन नौकरी खोने वाले तीन बेरोजगार शिक्षको भूख हड़ताल खत्म की। वे सभी एसएससी भवन के बगल में हड़ताल पर बैठे थे। उन्होंने फिलहाल इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है और एक बड़े आंदोलन की योजना बना रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नौकरी से बर्खास्त किये गये पंकज रॉय, सुमन बिस्वास और प्रताप कुमार सहारा ने रविवार दोपहर नारियल पानी पीकर अपनी भूख हड़ताल तोड़ दी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 26,000 एसएससी शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। इसके बाद से बेरोजगार आंदोलन की राह पर हैं। नौकरी से निकाले गए पंकज रॉय ने एसएससी भवन के पास भूख हड़ताल शुरू कर दी। सुमन बिस्वास और प्रताप रॉय धीरे-धीरे उनके साथ जुड़ गए। उन्होंने पांचवें दिन अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर दी और आंदोलन स्थगित कर दिया।
इस संदर्भ में प्रदर्शनकारी प्रताप रॉय ने कहा कि जिन तीन मांगों को लेकर हम प्रदर्शन कर रहे हैं, वे अभी तक पूरी नहीं हुई हैं। हमारे सिर पर तिपाई नहीं है। पुलिस और प्रशासन सहयोग नहीं कर रहा है। एक खास राजनीतिक दल की बाइक सेना उत्पात मचा रही है। इसलिए हम फिलहाल प्रदर्शन स्थगित कर रहे हैं। हम बड़े आंदोलन की राह पर चलेंगे। उन्होंने आगे बताया कि प्रदर्शनकारियों के एक वर्ग ने सीबीआई को ईमेल भेजकर ओएमआर शीट की प्रतिरूप (मिरर इमेज) मांगी है। जांचकर्ता इसे उपलब्ध कराने पर सहमत हो गए। 15 अप्रैल को वह प्रतिरूप उन्हें सौंप दिया जाएगा।
एक अन्य भूख हड़ताली सुमन बिस्वास ने कहा कि हम यहां आंदोलन स्थगित कर रहे हैं। इस बार, प्रत्येक जिले में आंदोलन होगा। हम जनता के हस्ताक्षर एकत्र करेंगे। वास्तव में, हम सोच भी नहीं सकते थे कि राज्य सरकार और पुलिस इतनी अमानवीय होगी। हम यहां गली के कुत्तों की तरह हैं, सड़कों पर पागलों की तरह। यहां तक कि अगर कोई पानी देने आता है, तो उसे ऐसा करने नहीं दिया जाता। आंदोलन और भी बड़ा होगा।